Two line Gulzar Shayari in Hindi|गुलज़ार साहब के शेर

Two Line gulzar shayari

Two Line gulzar shayari : गुलज़ार साहब भारतीय सिनेमा और साहित्य के प्रसिद्ध नामों में से एक हैं। उन्होंने अपने कलात्मक योगदान के लिए व्यापक पहचान बनाई है।गुलज़ार साहब का जन्म 18 अगस्त 1934 को हुआ था। उनका असली नाम सम्प्रदाय से समर्थित समर सिंह कलरा था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना नाम गुलज़ार रखा। उनका असली नाम संजय गुलज़ार है, जो काव्य, गीतकार, लेखक, और निर्देशक के रूप में उनकी पहचान है। उनका शैली सादगी और गहराई से भरा होता है, जो उन्हें एक अद्वितीय कलाकार बनाता है। उनकी रचनाओं में भारतीय समाज की वास्तविकता और जीवन की प्रत्यक्षता को अद्वितीय ढंग से प्रस्तुत किया गया है।

उनके गीतों और कविताओं का असर आज भी बड़े प्रशंसकों के दिलों में महसूस होता है। इसके अलावा, उन्होंने अनेक फ़िल्मों के लिए शानदार गीत और कविताएँ लिखी हैं, जिनमें “ज़िन्दगी ना मिलेगी दोबारा”, “कबीरा”, और “तेरे बिना” शामिल हैं। उनका योगदान भारतीय सिनेमा में अविस्मरणीय है, और उनके अद्वितीय कलाकृतित्व का नाम हिंदी सिनेमा के साथ साथ विश्व सिनेमा में भी मान्यता प्राप्त है।

कभी न कभी गुलज़ार की शायरी हम सभी ने सुनी होगी। आज हम उनकी लिखी बेहतरीन रचनाओं में से उन शायरियों पर नज़र डालेंगे जो उन्होनें ज़िंदगी के अनुभवों पर लिखी हैं।

Two Line gulzar shayari

ज़िन्दगी खेल नहीं, ख्वाब है,
राह में रुकावटें, मंजिल का सिक्का है।

दिल की बातें अल्फ़ाज़ों में न कहो,
कुछ बातें अदूर से ही समझ आती हैं।

दिल के दरिया में खुद को खोजने का मज़ा है,
समुंदर की गहराइयों में ही राजा बनता है।

किताबों की बातें सिर्फ़ क़लम से नहीं,
हर अक्षर में ज़िन्दगी की क़ासिद होती है।

कभी रास्ते में बिछे गुलाबों को भी देखो,
कितनी मुश्किल से खुशबू दिलाते हैं वो।

Popular Themes in Gulzar Shayari

प्रेम और रोमांस

गुलज़ार की शायरी में प्रेम और रोमांस के विविध आयाम हैं। उनके शब्दों में प्यार की भावना को बयां करते हैं जो पाठकों के दिलों में समा जाती है।

सामाजिक और राजनीतिक टिप्पणी

उनकी कविताओं में समाज की समस्याओं और राजनीतिक मुद्दों पर भी उन्होंने विचार किए हैं। उनकी शायरी में सामाजिक और राजनीतिक चेतना को उत्तेजित किया जाता है।

प्रकृति और अस्तित्ववाद

गुलज़ार की कविताओं में प्रकृति के सौंदर्य और जीवन के अस्तित्व के मुद्दे भी उन्होंने उठाए हैं। उनके शब्दों में आत्म-विचार का भाव महसूस होता है।

gulzar 2 line shayari

रात का अंधेरा घना होता है,
राह में चिराग जलाना चाहिए।
धूप की चमक और छाँव की ठंडी,
हर तरफ जगमगाहट बिखराना चाहिए।
जीवन की कठिनाइयों से हारना नहीं,
हर मुश्किल को पार करना चाहिए।✊

सपनों की उड़ान को हवाओं में लहराना चाहिए,
आसमान की बुलंदी पर अपना नाम बनाना चाहिए।
हर किसी को मिलता है मौका जीने का,
ज़िंदगी को खुशियों से सजाना चाहिए।
चलो, चलते हैं साथ सपनों की राह पर,
खुद को पहचान कर, अपना अधिकार जताना चाहिए।

मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में,
​बस हम गिनती उसी की करते है जो हासिल ना हो सका

आइना देख कर तसल्ली हुई, हम को इस घर में जानता है कोई

कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए, भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं

Gulzar 2 line shayari

कुछ खोने को बहुत कुछ पाने से बेहतर होता है, क्योंकि खोना तो वक्त के साथ ही होता है, लेकिन पाना तो सिर्फ अपनी मेहनत से होता है।

जब तक है जान, जाने दो, कितनी भी बातें हों, बातों में बात रखने दो।

कु़छ रिश्तो मे़ मु़नाफा़ ऩहीं हो़ता
प़र जिंदगी को़ अमीर ब़ना दे़ते है़

क्या़ प़ता क़ब क़हां मा़रेगी
ब़स कि़ मै़ जिंदगी से़ ड़रता हू
मौत का़ क्या है़ ए़क़ बाऱ मारेगी

जिंदगी छो़टी ऩहीं हो़ती है
लोग़ जीना़ ही दे़री से शुरू़ क़ऱते है.

Gulzar shayari i Hindi 2 Lines

याद कर लिया है उसने अपने साथ बिताये हुए पल, अब उनके साथ गुज़रे लम्हों को कैसे भूला दूँ।

किस्मत की रोटी और तलवार की धार, दोनों में होती हैं तक़दीर की हार।”

“किसी को देखकर आँखें चार कर देना, यह गलत नहीं है, लेकिन, यह गलत है की उन्हें आँखें चार करके न देखें।”

आंसू की अनमोल बूंदें होती हैं, पर सच ये है कि वो दिल के दरिया को समंदर बना देती हैं।

जिंदगी के़ कि़सी मोड़़ प़र
अ़गर कुछ़ फैसला क़रना हो
तो ह़मेशा अ़पने दिल की़ सु़नो
बेशक़ वह़ होता लेफ्ट़ मे़ है
मग़र उ़सके फैस़ले ह़मेशा राइट़ होते़ हैं

2 Line Gulzar Shayari

ज़िन्दगी और मौत सभी के लिए तय है, सोचो क्या, तुम्हारे जीने का अर्थ है क्या?

हा़थ छूटे भी़ तो़ रिश्ते ऩही छो़ड़ा क़रते
व़क्त की शाख़ से़ लम्हे ऩही तोड़ा क़रते

इश्क़ की तलाश में
क्यों निकलते हो तुम,
इश्क़ खुद तलाश लेता है
जिसे बर्बाद करना होता है।

मुझे छोड़कर वो खुश है
तो शिकायत कैसी
अब मैं उसे खुश भी ना देखूं
तो मोहब्बत कैसी।

सालों बाद मिले वो
गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक्त जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे हज़ार मिलेंगे.

2 line Gulzar Shayari

जब भी आंखों में अश्क भर आए
लोग कुछ डूबते नजर आए
चांद जितने भी गुम हुए शब के
सब के इल्ज़ाम मेरे सर आए

वक्त कटता भी नही
वक्त रुकता भी नही
दिल है सजदे में मगर
इश्क झुकता भी नही

ख्वाब अगर सच होते, तो ये ज़िंदगी न कभी रुलाती, न कभी हमें टूटने का डर दिखाती।

जिंदगी का सबसे अच्छा सबक है, किताबों में नहीं मिलता, उसे सिर्फ जीकर ही समझा जा सकता है।

2 Line Gulzar Shayari

हर बारिश के बाद सूरज की मुस्कान देखने का मज़ा ही कुछ और है, जैसे विपदाओं के बाद मित्रता की खुशबू महसूस करना।

ज़िंदगी का हर सफर अपनी ही कहानी लेकर चलता है, किसी की किताब का पन्ना, किसी का किनारा।

मोहब्बत ज़िन्दगी बदल देती है,
मिल जाए तब भी और ना मिले तब भी।

रिश्तों की अहमियत समझा करो जनाब
इन्हे जताया नहीं निभाया जाता है।

हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में,
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया।

Two Line Gulzar Shayari

ग़म और खुशी में फर्क नहीं होना चाहिए, मुस्कराहटों की भी कोई हकीकत होती है।”

“ज़िंदगी क्या है अपनी समझ में आया नहीं, बस वैसे ही चलते रहे, मंजिल को पाया नहीं।”

ख़्वाबों की ख़िड़की में छुपा लूँ तुम्हें, और अपनी ज़िंदगी के पन्नों पर सजा लूँ तुम्हें।

रात की तन्हाई में भी तेरी यादें रौशन हैं, चाँदनी की चादर में भी तेरी ख्वाहिशें बसी हैं।

ख़्वाबों के दरिया में डूब कर जीना सीखो, फिर देखना, खुदा भी तुम्हें मुस्कुराना सीखेगा।

Legacy of Gulzar Shayari

स्थायित्वी प्रभाव

गुलज़ार की शायरी का विरासत में विश्वास रखा जाता है। उनके काव्य का प्रभाव समाज में गहराई तक जाता है और उसे आत्म-विचार की दिशा में प्रेरित करता है।

निरंतर महत्व

गुलज़ार की शायरी का महत्व निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। उनकी कविताओं में व्यक्तिगत, सामाजिक, और राजनीतिक संदेशों का संयुक्त रूप से प्रस्तुतिकरण होता है।

Two Line Gulzar Shayari

रात गुमनाम है, अब तक खोया हुआ है, आँधियों में भटकता, आंसूओं में डूबा हुआ है।

जीते रहो मोहब्बत में, हारो मत इबादत में, क्योंकि जीत हार जाती है, पर इबादत कभी नहीं।

चाँदनी रातें, ज़ुल्फ़ों की बारातें, ये तेरी आँखों की मस्ती की कहानियाँ हैं।

ख्वाबों की गाड़ी से सफर लिखना है मुझे, मोहब्बत की सड़कों पे, खुदा के घर तक।

जिंदगी का असली मज़ा उसी में है, जो तुम्हें हँसना सिखाए, और रुलाने से बचाए।

मोहब्बत करने वाले कभी दर्द को नहीं चुपाते, वो अपनी कहानी में दर्द को ही खुशियों समझते हैं।

Gulzar 2 line Shayari

जिंदगी की राहों में, ग़म और खुशी का साथ है, बस सही राह चुनना है, जो दिल को खुशी दे सके।

दिल की बातें शब्दों में नहीं, एहसासों में होती हैं, और वो एहसास ही किताबों में नहीं, ज़िंदगी में मिलते हैं।

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Conclusion

गुलज़ार की शायरी ने हमें एक सोचने की दिशा में प्रेरित किया है, उनके शब्दों में एक अलग ही महसूस होता है। उनकी शायरी का विश्वास है कि कविता हमें समाज के प्रत्येक पहलू को समझने की क्षमता प्रदान करती है।

1.गुलज़ार का असली नाम क्या है?

गुलज़ार का असली नाम समर अब्दुल है।

2.गुलज़ार की शायरी में कौन-कौन से विषय उन्होंने छूए हैं?

गुलज़ार की शायरी में प्रेम, समाज, राजनीति, और प्रकृति जैसे विषयों पर विचार किया गया है।

3.गुलज़ार की शायरी का क्या महत्व है?

गुलज़ार की शायरी ने भारतीय साहित्य को नए आयाम दिए हैं और समाज में जागरूकता को बढ़ाया है।

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